MP News: क्या यादव वोट सपा को छोड़कर भाजपा में आएंगे उत्तर है घंटा ,मामा शिवराज को हटाना पड़ेगा मोदी शाह को भारी
MP News: क्या यादव वोट सपा को छोड़कर भाजपा में आएंगे उत्तर है घंटा ,मामा शिवराज को हटाना पड़ेगा मोदी शाह को भारी.
MP CM News: (Reliable Media)मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगी है। शिवराज मामा हर प्रयास कर के भी उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त होने पर सहर्ष आशीर्वाद दे रहे हैं। नरेंद्र सिंह तोमर स्पीकर और राजेंद्र शुक्ला एवं जगदीश देवड़ा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया
रेस में कई नाम थे। इनके साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान की भी चर्चा थे। वहीं, यह भी सवाल तैरने लगे हैं कि अगर शिवराज सिंह चौहान सीएम नहीं बनते हैं तो आगे उनका क्या होगा।
भोपाल: मध्य प्रदेश में Madhya Pradesh: शिवराज सिंह चौहान की जगह बीजेपी ने मध्य प्रदेश की कमान मोहन यादव को सौंप दी है. ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवराज को दिल्ली बुलाया जा सकता है। सबसे ज्यादा चर्चा वर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर है। शिवराज सिंह चौहान ने अटकलों के बीच यह कह दिया है कि मैं सीएम पद की रेस में नहीं है।
मेरा पद मामा का है। इन चीजों से बेखबर होकर उन्होंने मध्य प्रदेश में हारी हुई सीटों पर दौरा करना शुरू कर दिया है। साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। ऐसे में अब उनके भविष्य को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। अगर शिवराज सिंह चौहान सीएम नहीं बनते हैं तो आगे उनका क्या होगा।
दरअसल, 2005 के बाद से मध्य प्रदेश में 15 महीनों का वक्त छोड़ दें, तो शिवराज सिंह चौहान ही सीएम हैं। 17 साल से अधिक वक्त से शिवराज सिंह चौहान एमपी में सीएम की कुर्सी पर काबिज हैं। यह उनका चौथा कार्यकाल है। पांचवी बार के लिए मध्य प्रदेश में बीजेपी को 163 सीटें मिली हैं। हालांकि इस बार चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संसदीय बोर्ड करेगी।
2018 में क्या हुआ था?
एमपी में 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी जब हार गई थी तो शिवराज सिंह चौहान को पार्टी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। हालांकि उनकी सक्रियता मध्य प्रदेश में ही रहती थी। इसके बाद पार्टी ने 2019 में उन्हें राष्ट्रीय सदस्यता अभियान का प्रभारी बना दिया था। देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमकर शिवराज सिंह चौहान ने काम शुरू कर दिया था।
2020 में फिर मिल गई कुर्सी
वहीं, कोविड के टाइम में मध्यप्रदेश में तख्तापलट हुआ था। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों विधायकों के साथ बीजेपी में आ गए थे। एमपी में पार्टी को बहुमत मिल गई थी। इसके बाद सरकार बनाने की कवायद शुरू हुई। पार्टी के पास मंथन के लिए ज्यादा वक्त नहीं था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान की ही चौथी बार ताजपोशी हो गई है। नए और पुराने लोगों को साधते हुए शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार सफलता पूर्वक बीजेपी की सरकार चलाई है।
भोपाल में तैयार है बंगला
इसके साथ ही मध्य प्रदेश में पूर्व सीएम के लिए सरकार की तरफ से बंगला अलॉट होता है। भोपाल में 2018 के बाद पूर्व सीएम रहते हुए शिवराज सिंह चौहान जिस बंगले में रहते थे, सीएम बनने के बाद भी उसे खाली नहीं किया है। वहीं, इसे फिर से रनोवेट भी किया गया है। ऐसे में इन अटकलों को और बल मिलता है।
गौरतलब है कि अब जबकि शिवराज सिंह के पास राज्य की कमान नहीं है तो सवाल भी उठने लगे हैं कि आखिर लाडली बहनों के मामा का क्या होगा? क्या वह अभी भी राज्य की राजनीति में सक्रिय रहेंगे या फिर उन्हें पार्टी हाई कमान दिल्ली बुलाएगा.
हालांकि, शिवराज पहले ही कह चुके हैं वह दिल्ली नहीं जाना चाहते. आधिकारिक रूप से पार्टी की तरफ से कुछ कहा नहीं गया ह। वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान रेस से बाहर आ है। । तो आलाकमान की तरफ से भी दो टूक शब्दों में संदेश मिल रहा है कि यह सामूहिक जीत है। भोपाल पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय ने कह दिया है कि यह नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की रणनीति की जीत है।
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