मुकेश अंबानी की रिलायंस से डील पर Future Retail की बैठक, अमेजन कर रहा विरोध (Amazon is protesting)
फ्यूचर समूह (Amazon is protesting) की इकाई फ्यूचर रिटेल लि. (एफआरएल) ने कंपनी की खुदरा संपत्तियां मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेचने को लेकर शेयरधारकों के साथ बैठक की है। अब राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के निर्देश के अनुसार एफआरएल के कर्जदाताओं की बैठक बृहस्पतिवार को होनी है।
बुधवार की बैठक में क्या हुआ:
एफआरएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘एनसीएलटी की मुंबई पीठ के निर्देश के अनुसार एफआरएल के शेयरधारकों की बैठक 20 अप्रैल को वीडियो कॉफ्रेंस के जरिये हुई।’’ बैठक के दौरान सौदे पर कुछ सवाल उठे। बैठक में शेयरधारकों के समक्ष सभी पहलुओं को साफ किया गया। इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से मतदान प्रक्रिया मंगलवार शाम समाप्त हुई।
बता दें कि बैठक की अध्यक्षता शैलेश हरिभक्ति ने की। राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने बैठक की अध्यक्षता के लिये उनकी नियुक्ति की है। सूचना के अनुसार मतदान के परिणाम की घोषणा उपयुक्त समय पर की जाएगी।
अमेजन ने किया है विरोध: (Amazon is protesting)
बता दें कि दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इन बैठकों के आयोजन का पुरजोर विरोध कर रही है। उसका कहना है कि रिलायंस समूह की कंपनी को एफआरएल की बिक्री के लिए किया गया सौदा उसके साथ हुए निवेश समझौते का उल्लंघन करता है। इस मुद्दे को लेकर अमेजन लगातार अदालती लड़ाई लड़ती रही है।
अमेजन ने पिछले हफ्ते एफआरएल के प्रवर्तक किशोर बियानी एवं अन्य प्रवर्तकों को एक पत्र लिखकर कड़े शब्दों में अपनी आपत्तियां दर्ज कराई थीं। उसने कहा था कि इन बैठकों का आयोजन इस मसले पर सिंगापुर की मध्यस्थता अधिकरण के निर्देशों का उल्लंघन करता है। हालांकि, एफआरएल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि ये बैठकें एनसीएलटी द्वारा 28 फरवरी, 2022 को जारी ‘निर्देशों के अनुपालन’ में हो रही हैं।
अमेजन का विरोध(Amazon is protesting):रिलायंस-फ्यूचर डील के खिलाफ NCLT पहुंचा अमेजन
फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच हुए करीब 25 हजार करोड़ रुपए की डील के खिलाफ अमेजन का विरोध जारी है। ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने इस बार नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्युनल (NCLT) का दरवाजा खटखटाया है। कंपनी ने फ्यूचर ग्रुप के शेयरधारकों की होने वाली बैठक को रोकने की मांग की है।
शेयरहोल्डर्स की मीटिंग रोकने की मांग (Amazon is protesting)
ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी अमेजन ने NCLT से कहा कि मामला अभी सिंगापुर इंटरनेशनल ऑर्बिट्री कोर्ट (SIAC) में है। इसलिए रिलायंस-फ्यूचर डील को मंजूरी के होने वाली मीटिंग को मंजूरी न दे। इसके अलावा कंपनी ने फ्यूचर रिटेल को रिलायंस के साथ डील को आगे बढ़ाने के लिए कोई कदम उठाने से रोकने के लिए कहा है।
डील को NCLT और शेयरहोल्डर्स से मंजूरी मिलना बाकी
रिलायंस इंडस्ट्रीज और फ्यूचर ग्रुप के बीच डील को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), सेबी और एक्सचेंज को मंजूरी मिल चुकी है। इसे अभी NCLT और शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिलना बाकी है।
कारोबार ट्रांसफर करने पर फैसला NCLT के पास रिजर्व (Amazon is protesting)
अमेजन ने पिछले हफ्ते भी मुंबई स्थित NCLT बेंच के पास आवेदन जमा किया था। दरअसल, डील के तहत फ्यूचर ग्रुप का रिटेल और होलसेल कारोबार रिलायंस इंडस्ट्रीज को ट्रांसफर होने पर होने वाला आदेश NCLT पास रिजर्व है। पिछले साल अगस्त में दोनों के बीच 24,713 करोड़ रुपए की डील हुई थी।
अमेरिकी कंपनी ने इस डील को रोकने के लिए पिछले साल अक्टूबर में SIAC में अपील किया। अमेजन के मुताबिक फ्यूचर ग्रुप दोनों के बीच हुए कॉन्ट्रैक्ट को तोड़ते हुए रिलायंस के साथ सौदा कर रहा है।