Buduan Murder: बदायूं ट्रिपल मर्डर में 4 अरेस्ट, घर में घुसकर हुई थी हत्या
Budaun Triple Murder: राकेश गुप्ता पूर्व ब्लॉक प्रमुख थे उनकी मां भी पूर्व प्रधान बताईं जा रहीं हैं। इसी की रंजिश को लेकर अक्सर गांव में छोटी मोटी घटनाएं होती रहती थी। सोमवार को राजनीतिक रंजिश में पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत 3 लोगों की जान ले ली। पुलिस ने छह में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश के बदायूं (budaun news) में पुलिस ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख, उनकी पत्नी और मां की हत्या (budaun triple murder) के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि छह में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और हथियार बरामद कर लिया है।
दो आरोपी अभी फरार हैं। हत्या सोमवार की रात उसहेत थाना क्षेत्र के साथरा गांव में हुई। मृतकों की पहचान राकेश गुप्ता, उनकी पत्नी शारदा और उनकी मां शांति देवी के रूप में हुई है।घटना के समय पत्नी खाना बना रही थी और मां दूसरे कमरे में बैठी थी. जबकि पूर्व ब्लाक प्रमुख बैठे हुए थे. हत्यारे घर के पिछले दरवाजे से अचानक दाखिल हुए और गोलियों की बौछार शुरू कर दी.
इस ट्रिपल मर्डर की वारदात के पीछे राजनीतिक रंजिश बताई जा रही है. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
क्षेत्र में 3 लोगों की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण है. मौके पर पुलिस टीम और पीएसी तैनात है. सपा के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं. तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए बदायूं जिला अस्पताल लाया गया है.
घटना के समय पत्नी रसोई में खाना बना रही थी. वही मां दूसरे कमरे में बैठी थी. जबकि एक अलग कमरे में पूर्व ब्लाक प्रमुख बैठे हुए थे. हत्यारे घर के पिछले दरवाजे से अचानक दाखिल हुए और गोलियों की बौछार शुरू कर दी.
पुलिस के मुताबिक रवींद्र कुमार दीक्षित की पीड़ित परिवार से रंजिश थी। कुछ साल पहले दीक्षित के पिता की हत्या कर दी गई थी और इस मामले में गुप्ता का नाम था। दोनों परिवार अलग-अलग राजनीतिक दलों से भी ताल्लुक रखते हैं। गुप्ता समाजवादी पार्टी के नेता थे और जिला पंचायत सदस्य थे। वह अपने घर पर थे, जब कुछ लोग उनके घर में घुस आए और अंधाधुंध गोलियां चला दी। इससे तीनों की मौत हो गई।
बदायूं के एसपी डॉ ओपी सिंह ने कहा, ‘मृतक के भाई की शिकायत के आधार पर उसहेत थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हत्या का कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है। रविंद्र दीक्षित, सार्थक दीक्षित, अर्चित दीक्षित और विक्रम को प्राथमिकी में नामित किया गया था।
ताबड़तोड़ फायरिंग से पड़ोसियों समेत आसपास इलाके के लोग दहल उठे और हर किसी ने अपना दरवाजा भीतर से बंद कर लिया. माहौल दहशत का था ऐसे में कोई खुलकर विरोध नहीं कर सका और कातिल असलहे लहराते हुए वहां से भाग निकले.
घटनास्थल पर फिलहाल उसहैत के अलावा कादरचौक और उसावां थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है. एसएसपी डॉ ओपी सिंह का कहना है कि परिजनों ने बताया कि उनकी दुश्मनी एक स्थानीय दीक्षित परिवार से है. इस कृत्य को जिसने भी किया है उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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