हनुमानगढ़ी के महंत Raju Das का एलान, कहा: मौर्य का सिर काटने वाले को दूंगा 21 लाख का इनाम
लखनऊ : रामचरित मानस को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद विपक्षी नेता और साधुसंत लगातार सपा और स्वामी प्रसाद मौर्य को घेरने में लगे हैं। इसी बीच हनुमानगढ़ी के पुजारी राजूदास ने भी उनके खिलाफ विवादित एलान कर दिया। रविवार को राजूदास ने कहा कि स्वामी प्रसाद का सिर तन से जुदा करने वाले को 21 लाख का इनाम दिया जाएगा।
बसपा, बीजेपी और अब एक साल से सपा के साथ राजनीतिक सफर को आगे बढ़ा रहे उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) अभी विवादों के घेरे में हैं। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas Row) पर विवादित टिप्पणी की थी। स्वामी प्रसाद ने बिहार में भड़की आग में फूंक मारकर उत्तर प्रदेश के राजनीतिक-सामाजिक पटल पर विवाद की रेखा को बढ़ा दिया। उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ा। विरोध के स्वर उनकी अपनी समाजवादी पार्टी के भीतर से भी उठे। उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई। बहिष्कार की अपील भी की गई।
इसी बीच अयोध्या के एक महंत ने स्वामी प्रसाद के सिर को काटने पर 21 लाख रुपये का इनाम भी रख दिया है। नाम है- महंत राजू दास। वह पहले भी कई मौके पर सिर काटने पर इनाम रख चुके हैं। पठान फिल्म के बेशर्म रंग गाने को लेकर फिल्म के बहिष्कार से एक कदम आगे बढ़कर थिएटर फूंकने की बात भी कह चुके हैं। इतना ही नहीं संपत्ति के विवाद में उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो चुका है।
अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने कहा कि स्वामी प्रसाद कह रहे हैं कि हाथी चले बाजार और कुत्ते भौंके हजार। उन्होंने साधु-संतों और ब्राह्मणों को कुत्ता कह दिया। इसके नाते हम अपील करते हैं और उनके ऊपर 21 लाख रुपये का इनाम घोषित करते हैं। जो कोई भी स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर तन से जुदा करेगा, उसको हम 21 लाख का इनाम देंगे। इसके साथ ही सरकार से हम मांग करते हैं कि उत्तर प्रदेश में जिसने भी रामचरितमानस की प्रति जलाई है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। नहीं तो हिंदू जनमानस खुद ही उनके ऊपर कार्रवाई करेगा।
रामचरित मानस की प्रतियां जलाईं:-
बतादें, कल पीजीआई के वृंदावन कालोनी में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में रामचरित मानस की प्रतियां फाड़ने के बाद जला दी गईं। प्रतियां जलाने वाले ओबीसी महासभा के पदाधिकारी हैं। इस मामले में पीजीआई पुलिस ने जीडी में तस्करा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि इस संबंध में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। प्रतियां जलाने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पदाधिकारियों का आरोप है कि रामचरित मानस के रचयिता तुलसीदास ने इसमें कुछ आपत्तिजनक चौपाईयां लिखी हैं जिन्हें निकाला जाना चाहिए।पदाधिकारियों ने कहा कि अभी प्रतियों में आग लगाई गई है, लेकिन इसे हटाया नहीं गया तो मानस की प्रतियां पूरे देश में जलाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।