महिला ने तमंचे से सीने पर गोली मारकर दी जान, प्रधानमंत्री को लिखा पत्र आया सुर्खियों में-
The woman shot herself in the chest with a gun, the letter written to the Prime Minister came in the headlines-
महिला ने तमंचे से सीने पर गोली मारकर दी जान, प्रधानमंत्री को लिखा पत्र आया सुर्खियों में-
आगरा के फाउंड्री नगर क्षेत्र की विद्यापुरम कालोनी में एक महिला ने तमंचे से सीने पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी की वजह गृहक्लेश बताई जा रही है। पुलिस ने महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मायके वाले हत्या का आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया पर महिला द्वारा देश के प्रधानमंत्री को लिखा एक पत्र वायरल हो रहा है।
पुलिस का कहना है कि यह पत्र कुछ दिन पुराना है। घटना स्थल से पुलिस को यह पत्र नहीं मिला। सोशल मीडिया पर ही वायरल हो रहा है। घटना सुबह करीब सवा दस बजे की है। 30 वर्षीय मोना द्विवेदी के कमरे से गोली की आवाज आई। घर पर मौजूद जेठानी प्रीति, दुर्गा, देवरानी नेहा व सास सीमा द्विवेदी दौड़कर पहुंचे।
कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने शोर मचाया। पड़ोसी आ गए। सूचना पर घर के पुरुष भी आ गए। दरवाजा तोड़ा गया। कमरे में मोना द्विवेदी खून से लथपथ हालत में मिलीं। घरवाले अस्तपाल लेकर गए। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने पूरे कमरे की तलाशी ली। एक तमंचा मिला। जो लगभग 25 साल पुराना है। छानबीन में पुलिस को पता चला कि मोना द्विवेदी की शादी धीरज के साथ हुई थी। मरने से पहले बनाया ये वीडियो धीरज का हार्डवेयर का काम है।
मोना के भाई सोनू को रुपयों की जरूरत थी। धीरज ने अपने नाम से लोन लेकर उसकी मदद की थी। सोनू किश्त जमा नहीं कर रहा था। इस कारण धीरज की सिबिल खराब हो रही थी। उन्होंने मोना से कुछ बोल दिया था। आरोप यह भी है कि देवर अंबुज द्विवेदी इस बात पर अपने भाई और भाभी को ताना माना करता था।
बोलता था कि साले को लोन दिला रहे हो थोड़ा भाइयों के बारे में भी सोच लो। इसी बात पर पिछले कई दिनों से घर में क्लेश चल रही थी। इंस्पेक्टर एत्मादुद्दौला देवेंद्र शंकर पांडेय ने बताया कि मामला खुदकुशी का है। पुलिस के पास अभी कोई तहरीर नहीं आई है।
जो पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है वह भी पुलिस को नहीं मिला है। सोशल मीडिया पर मोना द्विवेदी ने कब डाला था यह जांच का विषय है। मीडिया पर मोना द्विवेदी का एक पत्र वायरल हो रहा है। तीन पेज का यह पत्र देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम है।
जिसमें मोना द्विवेदी ने अपना दर्द लिखा है। अपनी आखिरी इच्छा प्रधानमंत्री से मुलाकात करने की जताई है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि गरीब परिवार से हैं। 16 साल की उम्र में शादी हेा गई थी। मां का देहांत बचपन में हो गया था। पिता शराबी है। पति धीरज बहुत सीधे हैं।
उसका बहुत ख्याल रखते हैं। देवर अंबुज और जेठ पंकज ने जीना दुश्वार कर रखा है। आए दिन उसके साथ मारपीट की जाती है। दोनों के संबंध भाजपा नेताओं से हैं। यह बोलते हैं कि थाने-चौकी में उनके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं लिखेगा।
भाजपा नेता उनके अपने हैं। उसे कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार उसका देवर अंबुज और जेठ पंकज होंगे। पत्र में और भी कई बातें लिखी हुई हैं। हालांकि इस पत्र के आधार पर फिलहाल पुलिस कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस का कहना है कि पत्र उसे नहीं मिला। कमरे की तलाशी ली गई थी। यह पत्र सोशल मीडिया पर ही चल रहा है।