झारखंड- ईडी ने आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके करीबियों के ठिकाने पर की छापेमारी 20 CR Seized
झारखंड, 07 मई:- झारखंड समेत देश के कई राज्यों में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के दौरान आईएएस अफसर पूजा सिंघल के करीबियों के घर से बड़ी मात्रा में पैसा मिला है।
दरअसल झारखंड में ईडी ने आज ताबड़तोड़ छापा मारा, खनन सह उद्योग सचिव पूजा सिंघल के आवास समेत अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। सुबह 7 बजे के पहले से ही प्रवर्तन निदेशालय ने एक साथ दबिश दी। रांची में पंचवटी रेजीडेंसी बी ब्लॉक 904 में प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा।
आईएएस अधिकारी और उनके करीबियों के घर छापेमारी- आपको बता दे कि अवैध खनन मामले में झारखंड की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल व उनसे जुड़े व्यक्तियों के 20 ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह करीब सात बजे से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने एक साथ छापेमारी की।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये ठिकाने झारखंड के रांची, खूंटी, राजस्थान के जयपुर, हरियाणा के फरीदाबाद व गुरुग्राम, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, बिहार के मुजफ्फरपुर व दिल्ली एनसीआर में हैं। मिली जानकारी के अनुसार पूजा सिंघल के आवास से भारी मात्रा में नकदी (करीब 25 करोड़) बरामद होने की सूचना है।
जानकारी ये भी है कि बरामद नकदी की गिनती के लिए मशीन मंगाई गई है। ये पैसे इनके चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) के यहां से मिली है। रांची में कांके रोड के चांदनी चौक स्थित पंचवटी रेजिडेंसी के ब्लाक नंबर नौ, लालपुर के हरिओम टावर स्थित नई बिल्डिंग, बरियातू के पल्स अस्पताल में छापेमारी की जानकारी मिली है।
आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सरकारी आवास पर भी छापेमारी की सूचना है। जानकारी के अनुसार कारोबारी अमित अग्रवाल के ठिकानों पर भी छापेमारी की सूचना मिल रही है। बता दें कि अमित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का करीबी बताया जाता है। इस पूरे प्रकरण पर प्रवर्तन निदेशालय की अधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।
डा. निशिकांत दुबे ने भी ट्वीट कर दी जानकारी- गोड्डा के सांसद डा. निशिकांत दुबे ने भी शुक्रवार की सुबह-सुबह ट्वीट कर पूरे मामले की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट में आरोप लगाया है कि पूजा सिंघल ने मुख्यमंत्री, उनके भाई, गुर्गों आदि को कौड़ी के भाव में खान आवंटित किया।
आखिर, उनके यहां ईडी का छापा पड़ ही गया जो देश में 20 ठिकानों पर चल रहा है। यह छापेमारी रांची, दिल्ली, राजस्थान, मुंबई में चल रही है। ईडी ने मनरेगा घोटाले के एक मामले में झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर पूरे मामले की जानकारी से संबंधित शपथ पत्र दायर की थी।
ईडी ने शपथ पत्र के माध्यम से कोर्ट को बताया था कि झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा में 18.06 करोड़ रुपये के घोटाले के वक्त वहां की उपायुक्त पूजा सिंघल थी। इस मामले में वहां के कनीय अभियंता राम विनोद प्रसाद सिन्हा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे, जिन्होंने ईडी को दिए अपने बयान में यह स्वीकार किया था कि कमीशन की राशि उपायुक्त कार्यालय तक पहुंचती थी।
ईडी ने चतरा और पलामू के भी दोनों मामलों की चल रही जांच की जानकारी अपने शपथ पत्र के माध्यम से हाई कोर्ट को दी थी। शपथ पत्र में बताया था कि पूजा सिंघल चतरा जिले में अगस्त 2007 से जून 2008 तक उपायुक्त के पद पर तैनात थीं।
आरोप है कि उन्होंने दो एनजीओ को मनरेगा के तहत छह करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया था। इन दोनों एनजीओ में वेलफेयर पाइंट और प्रेरणा निकेतन शामिल है।
उक्त राशि मूसली की खेती के लिए आवंटित की गई थी। जबकि इस तरह का कोई कार्य वहां नहीं हुआ था, जिसकी जांच अभी जारी है। इसके अलावा पलामू जिला में उपायुक्त रहते हुए पूजा सिंघल पर यह आरोप है कि उन्होंने करीब 83 एकड़ जंगल भूमि को निजी कंपनी को खनन के लिए ट्रांसफर किया था।
यह कठौतिया कोल माइंस से जुड़ा मामला है। ईडी ने कोर्ट को बताया था कि इस मामले की भी जांच जारी है।।
झारखंड की खान एवं उद्योग विभाग की सचिव पूजा सिंघल और उनके करीबियों के ठिकानों पर ईडी ने शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की. छापेमारी की प्रक्रिया पूरे 14 घण्टे से ऊपर तक चली. पूजा सिंघल के चार्टेड अकाउंटेंट (सीए) के घर पर देर रात तक रेड जारी है.
इस पूरी छापेमारी में पूजा सिंघल व उनके करीबियों के 150 करोड़ के निवेश संबंधी दस्तावेज भी एजेंसी को मिले हैं.
बूटी मोड़ स्थित सीए सुमन कुमार के आवास से 17.50 करोड़ रुपये बरमद किये गये हैं. यहां ईडी की टीम को 3 मशीन मंगाकर रुपये गिनने पड़े. वही इस मामले में सुमन के भाई पवन कुमार सिंह को डिटेन किया गया है.
हालांकि इस मामले में अबतक ईडी के तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. सूचना के मुताबिक अब तक कुल 19 करोड़ 31 लाख रुपये इस छापेमारी में बरामद किये गये हैं.
छापेमारी के दौरान पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा के चार्टर एकाउंटेंट सुमन कुमार के सदर स्थित सोनाली – मोनिका अपार्टमेंट से ईडी को 17 करोड़ से अधिक रुपये मिले. सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान पूजा सिंघल और उनके करीबियों के द्वारा तकरीबन 150 करोड़ के निवेश संबधी दस्तावेज भी एजेंसी को मिले हैं.
ईडी के अधिकारी इन कागजातों की पड़ताल कर रहे हैं. इसके लिए भारत सरकार के वित्त विभाग के अधिकारियों से भी सम्पर्क कर जानकारियां जुटाई जा रही हैं.
इस छापेमारी में सुमन कुमार सिंह के भाई पवन कुमार सिंह को भी ईडी ने डिटेन किया और उसे अपने साथ ले गई है. जानकारी के अनुसार सुमन के पास करोड़ों की गाड़ियां हैं, जिनमें जगुआर जैसी गाड़ियों भी शामिल हैं.
रांची के हनुमान नगर स्थित सोनाली और मोनिका अपार्टमेंट में सुमन के 4 फ्लैट्स हैं, जहां से ईडी को 17. 50 करोड़ बरामद हुए हैं. वहीं सुमन का एक डेयरी फार्म ओरमांझी में है, वहां से भी अहम दस्तवेज ईडी को मिले हैं.
जानकारी में अनुसार सुमन झारखंड के कालेधन को बिहार में इन्वेस्ट किया करता था और वहां भी जमीन में काफी इन्वेस्ट सुमन ने किया है. इससे सम्बन्धित कागजात ईडी को इस छपेमारी में मिले हैं.
बातचीत में सुमन ने बताया कि ये पैसे उनके हैं और एक सप्ताह पहले वो इन पैसों को फलित में लेकर आया था. जिसका असेसमेंट उसे करना था हालांकि पैसे के सोर्स के बारे में सुमित ने कोई जवाब नहीं दिया.
बता दें कि 2000 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल खूंटी और चतरा में मनरेगा घोटाले में जांच के दायरे में है. ये मामला झारखण्ड हाइकोर्ट में है. हाइकोर्ट ने ईडी से पूर्व में रिपोर्ट तलब की थी.
खूंटी मनरेगा घोटाला 28 कड़ोड़ रुपये का है. जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम ने शुक्रवार की सुबह छह बजे एक साथ पांच राज्यों झारखंड के रांची, बंगाल के कोलकाता, बिहार के मुजफ्फरपुर, दिल्ली व राजस्थान में छापेमारी की.
रांची की बात की जाए तो पूजा सिंघल के सरकारी आवास, कांके रोड स्थित पंचवटी रेजीडेंसी के बी ब्लाक के फ्लैट नंबर 104, सीए सुमन कुमार के पैंटालून कार्यालय और आवास, पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के पल्स अस्पताल में छापेमारी की. वही इस पूरे ऑपरेशन में पुलिस बलों के बजाए सीआरपीएफ की मदद ली गई.