बरेली में टायर पंचर बनाने वाला एक शख्स करोड़पति है ऐसे होती थी कमाई

उत्तर प्रदेश के बरेली में पुलिस को एक ऐसा इनपुट मिला जिसे सुनकर कई लोग भरोसा नहीं कर पाए. लेकिन ये सच था, दरअसल मामला कुछ ऐसा था कि बरेली में टायर पंचर बनाने वाला एक शख्स करोड़पति है. पंचर वाले के रॉयल अंदाज की खबर जब पुलिस को लगी तो पुलिस ने उसकी निगरानी शुरू कर दी. यह करोड़पति शख्स अनपढ़ था.
लग्जरी लाइफ देखकर पुलिस भी हैरान
उसके बड़े से घर को देखकर पुलिस भी हैरान थी कि आखिर किसी पंचार बनाने वाले पर इतना पैसा कैसे हो सकता है. लेकिन जब पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि अपराधी स्मैक ड्रग्स का अवैध धंधा कर रहा था जिससे उसकी इतनी मोटी कमाई हो रही थी.
ऐसे होती थी कमाई
बता दें कि पंचर वाले ने स्मैक का धंधा करके शोरूम, आलीशान कोठी सब खड़ा कर लिया था. ये सब मिलाकर उसके पास करीब 7 करोड़ की प्रॉपर्टी थी.
खोखे से आते थे करोड़ों
दरअसल यह मामला बरेली शहर के नकटिया इलाके का बताया जा रहा है. आरोपी इस्लाम खान अनपढ़ और बेराजगार था. उसने बरेली में ही दिल्ली-लखनऊ हाइवे के किनारे टायर पंचर बनाने के लिए एक खोखा (गुमटी) रख लिया था. इस काम से होने वाली थोड़ी-बहुत आमदनी से उसके घर का गुजारा होने लगा था. इसी दौरान इस्लाम स्मैक के कुख्यात तस्कर नन्हे लंगड़ा के संपर्क में आ गया. फिर वह पंचर दुकान की आड़ में नन्हे लंगड़ा के लिए ड्रग और स्मैक तस्करी करने लगा.

बेटे और पत्नी के नाम कर दी संपत्ति
बता दें कि अनपढ़ इस्लाम की ज्यादातर प्रॉपर्टी उसकी पत्नी और बेटे के नाम पर थी. काले धंधे के पैसों से इस्लाम ने एक बाइक का शोरूम भी खोल लिया था, जिसे पुलिस के साथ मिलकर हाल में BDA ने कार्रवाई करते हुए ध्वस्त कर दिया.
नन्हे लंगड़ा ने पुलिस को इस्लाम तक पहुंचाया
दरअसल, कुछ समय पहले बरेली पुलिस ने स्मैक तस्कर नन्हे लंगड़ा और उसके भतीजे को रंगे हाथों स्मैक तस्करी करते हुए पकड़ा था. पुलिस ने आरोपियों को जेल भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी थी. जांच के दौरान पुलिस के सामने इस्लाम खान नाम शख्स आया. जब उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि इस्लाम पंचर बनाने का काम करता है. हालांकि, उसके रहन सहन और पहनावे से पुलिस को उस पर शक हो गया था.
पैन और आधार कार्ड से कमाई का खुलासा
एसपी ग्रामीण ने बताया कि पेनकार्ड से पुलिस को मालूम हुआ कि इस्लाम खान और उसके परिवारवालों ने आयकर रिटर्न में बड़ी रकम दिखाई दी थी जो कि कम समय में आई थी. जब पुलिस ने पंचर वाले इस्लाम खान से आय का जरिया पूछा? तो सारा मामला सामने आ गया कि कैसे उसने ड्रग तस्करी में करोड़ों की संपत्ति जमाकर कर ली थी.
आयकर रिटर्न में दिखी बड़ी रकम
एसपी देहात ने बताया है कि हमने उसके पैन कार्ड की डिटेल जानने के लिए उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल किया. जांच में हमें जो पता चला वह काफी दिलचस्प था, क्योंकि इस्लाम और उसके परिवार के आयकर रिटर्न में एक बड़ी रकम दिखाई गई है, जो हाल ही में उनके खातों में आई है. पूछताछ में यह भी पता चला कि इस्लाम ने हाइवे पर एक बहुमंजिला इमारत बनाई थी और एक बाइक का शोरूम भी खोला था.
पूछताछ के दौरान फंस गया इस्लाम खान
पंचर बनाने वाले इस्लाम खान से खाते में जमा हुई रकम के बार में पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया। फिलहाल पुलिस ने उसकी संपत्तियों को जब्त कर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। वहीं, बीडीए ने पुलिस के साथ मिलकर हाल ही में इस्लाम द्वारा खोला गया बाइक शोरू को ध्वस्त कर दिया है।
शहर के नकटिया इलाके के रहने वाला इस्लाम खान अनपढ़ और बेराजगार था. उसने बरेली में ही दिल्ली-लखनऊ हाइवे किनारे टायर पंचर बनाने के लिए एक खोखा (गुमटी) रख लिया था. इस काम से होने वाली थोड़ी-बहुत आमदनी से उसके घर का गुजारा होने लगा था. इसी दौरान इस्लाम स्मैक के कुख्यात तस्कर नन्हे लंगड़ा के संपर्क में आ गया. फिर वह पंचर दुकान की आड़ में नन्हे लंगड़ा के लिए ड्रग और स्मैक तस्करी करने लगा.

स्मैक की काली कमाई से एक साल में इस्लाम ने करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी खड़ी कर ली. ज्यादातर प्रॉपर्टी इस्लाम ने अपने पत्नी और बेटों के नाम पर कर रखी थी. इस पैसे से इस्लाम ने एक बाइक का शोरूम भी खोल लिया था, जिसे पुलिस के साथ मिलकर हाल में बीडीए ने कार्रवाई करते हुए ध्वस्त कर दिया.
दरअसल, कुछ समय पहले बरेली पुलिस ने स्मैक तस्कर नन्हे लंगड़ा और उसके भतीजे को रंगे हाथों स्मैक तस्करी करते हुए पकड़ा था. पुलिस ने आरोपियों को जेल भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी थी. जांच के दौरान पुलिस के सामने इस्लाम खान नाम शख्स आया. जब उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि इस्लाम पंचर बनाने का काम करता है. हालांकि, उसके रहन सहन और पहनावे से पुलिस को उस पर शक हो गया था.
एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल के आदेश पर स्थानीय थाना पुलिस ने इस्लाम खान पर नजर रखना शुरू कर दी. लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा. फिर इस्लाम खान के आधार कार्ड की जांच की गई तो उसके पेनकार्ड का सारा रिकॉर्ड सामने आ गया.
एसपी ग्रामीण ने बताया कि पेनकार्ड से पुलिस को मालूम हुआ कि इस्लाम खान और उसके परिवारवालों ने आयकर रिटर्न में बड़ी रकम दिखाई दी थी जो कि कम समय में आई थी. जब पुलिस ने पंचर वाले इस्लाम खान से आय का जरिया पूछा? तो सारा मामला सामने आ गया कि कैसे उसने ड्रग तस्करी में करोड़ों की संपत्ति जमाकर कर ली थी.

एसपी देहात ने बताया है कि हमने उसके पैन कार्ड की डिटेल जानने के लिए उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल किया. जांच में हमें जो पता चला वह काफी दिलचस्प था, क्योंकि इस्लाम और उसके परिवार के आयकर रिटर्न में एक बड़ी रकम दिखाई गई है, जो हाल ही में उनके खातों में आई है. पूछताछ में यह भी पता चला कि इस्लाम ने हाइवे पर एक बहुमंजिला इमारत बनाई थी और एक बाइक का शोरूम भी खोला था।
गौरतलब है कि पहले भी बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) के साथ मिलकर एसपी स्मैक तस्करों की करोड़ों की संपत्ति पर बुलडोज़र चलवा चुके हैं. जिले में अब तक तकरीबन 100 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच करा चुके हैं. पुलिस अफसर का कहना है कि पुलिस की रडार पर लगातार ऐसे लोग हैं जो कुछ समय में ही बहुत पैसेवाले बने हैं.
