कासगंज में महिला सिपाही ने की कोशिश, सोशल मीडिया पर वीडियो देख सहकर्मियों ने बचाया-
Woman constable attempted in Kasganj, colleagues saved by watching video on social media-
कासगंज में महिला सिपाही ने की खुदकुशी की कोशिश, सोशल मीडिया पर वीडियो देख सहकर्मियों ने बचाया-
कोतवाल के आतंक अत्याचार से त्रस्त एक महिला पुलिसकर्मी ने फिर फांसी के फंदे से लटककर किया आत्महत्या का प्रयास
लखनऊ बेहतर कानून व्यवस्था अपराध मुक्त प्रशासन की बात करने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस के राज में पुलिस महकमे के अधीनस्थ पुलिस कर्मी ही प्रताड़ित हो रहे हैं आए दिन आम जनता के साथ अत्याचार आतंक करने की आदी हो चुकी उत्तर प्रदेश पुलिस अब पुलिस वर्दी के साथ भी आतंक अत्याचार करने से बाज नहीं आती है.
आए दिन पुलिस उत्पीड़न से त्रस्त पुलिस के जवानो की शिकायतें मिलती है तमाम मामलों के बीच एक महिला सिपाही का फिर शोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें महिला सिपाही ने थानेदार से प्रताड़ित होकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है .
महिला सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह खतरे से बाहर है। महिला सिपाही का आरेप है कि थाना प्रभारी पिछले एक माह समय से उत्पीड़न कर रहे हैं। दुर्व्यवहार करते हैं। उनके उत्पीड़न से तंग आकर जान देना चाहती थी। इधर.
यह भी पढ़े
इस मामले की जब भनक पुलिस अफसरों को लगी तो खलबली मच गई। सीओ शैलेंद्र परिहार भी थाने पहुंचे। सीओ ने थाना प्रभारी से जानकारी ली। इसके बाद वह महिला सिपाही का हाल जानने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।
वहां उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इधर थाना प्रभारी राजेश कुमार मीणा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है। मामला जो भी हो, लेकिन इस घटना के बाद से पूरे पुलिस महकमे में खलबली है।
महिला सिपाही का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एक बार पुलिस की वर्दी फिर शर्मसार होती दिख रही है थाना प्रभारी राजेश कुमार मीणा ने कहा कि महिला सिपाही की ड्यूटी सोमवार को बैंक में थी।
निरीक्षण के दौरान वह बैंक में अनुपस्थित पाई गईं। उनसे अनुपस्थिति का कारण मांगा गया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं। जब उनकी गैर हाजिरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई तो महिला आरक्षी ने दबाव बनाने के लिए इस तरह की कोशिश की है।
सीओ सहावर शैलेंद्र परिहार ने कहा कि थाना प्रभारी एवं महिला सिपाही के बीच किसी बात को लेकर तनाव हो गया था। महिला सिपाही ने आत्महत्या करने की कोशिश की है।
जांच में पता चला कि महिला सिपाही बैंक ड्यूटी पर थीं, लेकिन थाना प्रभारी के निरीक्षण में अनुपस्थित मिलीं। महिला आरक्षी का कहना है कि स्वास्थ्य खराब होने के बाद कमरे पर चली गईं थीं।
उच्चाधिकारियों से जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे उसके अनुसार अग्रिम जांच की जाएगी। कासगंज के थाना सहावर में सोमवार दोपहर उस समय खलबली मच गई, जब एक महिला सिपाही ने थाना प्रभारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर खुदकुशी का प्रयास किया।
यह भी पढ़े
मैं अपना रक्तचाप कैसे कम करूं?
उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला सिपाही ने आत्मघाती कदम उठाने से पहले वीडियो वायरल करने के साथ एक नोट भी लिखा है। इधर, थाना प्रभारी ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
महिला सिपाही वैशाली पुंढीर ने बताया कि सोमवार को वह बैंक ड्यूटी पर थी, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के कारण कमरे पर वापस आ गई थी, लेकिन मुझे गैर हाजिर दिखा दिया गया। जब थाना प्रभारी को यह बात बताई गई तो उन्होंने अनसुना कर दिया और मेरी कोई बात नहीं सुनी।
जिससे मैंने आत्महत्या करने की कोशिश की थी। घटना सोमवार दोपहर करीब एक बजे की है। थाना सहावर में तैनात महिला आरक्षी वैशाली पुंढीर ने परिसर में स्थित अपने कमरे में फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की।
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया। इसके बाद साथी महिला पुलिसकर्मियों को जानकारी हुई। वे वैशाली पुंढीर की मदद को दौड़ी और उसे खुदकुशी करने से रोक लिया।
उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद के सहावर थाना में 2019 बैच की महिला सिपाही वैशाली पुंडीर ने कोतवाली परिसर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है.
कोतवाल पर तमाम तरह के आरोप महिला सिपाही ने लगाए हैं फांसी के फंदे में लटक रही महिला सिपाही को अन्य महिला पुलिसकर्मियों ने फन्दे से नीचे उतार लिया और अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है.
जहां महिला सिपाही की हालत गंभीर बनी हुई है अब सवाल उठता है कि यदि पुलिस महकमे के लोग विभाग से पीड़ित होंगे वह कैसे अपनी ड्यूटी के दौरान आम जनता से मधुर संबंध बनाएंगे.
यह भी पढ़े