कानपुर हिंसा की कहानी जुलूस में शामिल लोग नाम पूछते और फिर मारते थे,  वो बोल रहे थे हिंदुओं को काट डालेंगे, पुलिस खड़ी तमाशा देख रही थी

Story of Kanpur Violence The people involved in the procession used to ask names and then kill them, they were saying that they will kill Hindus, the police was watching the spectacle standing

घायल रिक्शा चालक मुकेश ने बताया, ‘मैं सड़क पर रिक्शा लेकर आ रहा था। उन्होंने मुझे रोका, सबसे पहले मेरा नाम पूछा गया, जैसे ही मैंने अपना नाम मुकेश बताया, उन्होंने मारना शुरू कर दिया। इसी बीच मुकेश की पत्नी बताने लगी कि जुलूस में 2-3 हजार आदमी थे।’

दुकानदार अभिषेक गुप्ता ने बताया, ‘इनकी कल से ही प्लानिंग थी। जुमे की नमाज के बाद 4 से 5 हजार लोगों का जुलूस आया। एक टुकड़ी निकल गई। पीछे आ रहे लड़के बोल रहे थे कि आज इनको काट डालेंगे। पुलिस खड़ी तमाशा देख रही थी। खुद को बचाने के लिए हम लोग और यहां की महिलाएं तक लड़ीं। मस्जिद से गोलियां भी चल रही थीं।’

जुगल किशोर कश्यप ने बताया, ‘उन्नाव का रहने वाला हूं। किराए की गाड़ी लेकर ननिहाल आया था। जब हम आए तो इनका जुलूस निकल रहा था। हमने जैसे ही गाड़ी किनारे लगाई, पत्थर आने शुरू हो गए। गाड़ी में मेरे साथ वाइफ, बच्चे, बहू और सास भी थे। हम किसी तरह बचकर भागे, सामान भी नहीं निकाल पाए। मेरी गाड़ी तोड़ दी। पत्थरबाजों ने मेरी गाड़ी में रखे 70 हजार के जेवर और बैग भी लूट लिए।’

सड़क पर मक्खन, दूध और मसाले का ठेला चलाने वाली एक महिला ने बताया, ‘मैं अपने ठेले के पास खड़ी थी। वो लोग आए और मेरे पति को घसीटते हुए ले गए। मेरा ठेला तोड़ दिया। बेटा पति को बचाने गया तो उसको भी घसीट ले गए और मारा। मैंने रोते हुए हाथ जोड़े तब उन्होंने पति को छोड़ा।’

सड़क पर दो घायल खड़े 2 दुकानदारों ने बताया, ‘सबसे पहले ये भीड़ तेजबाग में इकट्ठी हुई फिर हमें जानकारी लगी कि नमाज के बाद यतीमखाने चौराहे पर बवाल हुआ है। शुरुआत में कुछ लोगों की भीड़ आई और गालियां देते हुए हमसे दुकाने बंद कराईं। फिर उनकी भीड़ बढ़ती गई। वो हुजूम बना कर चल रहे थे। उनके हाथ में काली पट्टियां थीं।’

दुकानदारों के साथ खड़े सभी लोगों ने कहा, ‘दंगाइयों ने तेजाब की बोतलें चलाईं, हथगोले चलाए, फायरिंग भी की। यहां के SO साहब एक घंटा बाद आए, हमसे बोले तुम लोग ना बोलो और वहां से गायब हो गए। हम चुप रहे और हमें पीटा जाता रहा। पूरी घटना के दौरान पुलिस नहीं दिखी।’

कानपुर में हिंसा:CM योगी ने देर रात बुलाई बैठक, बोले-उपद्रवियों पर लगेगा गैंगस्टर

कानपुर के बेकनगंज इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बवाल हो गया। यहां से 50 किमी दूर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गवर्नर आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए 12 थानों की पुलिस लगाई गई। घटना में शामिल 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

यूपी पुलिस के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और स्थिति को नियंत्रण किया। मौके पर 12 कंपनी PAC को रवाना किया गया है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने हिंसा पर सवाल उठाते हुए इंटेलिजेंस को फेल बताया। उधर जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात हाशमी के खिलाफ एफआईआर की तैयारी हो रही है।

गोरखपुर से सीएम योगी की वर्चुअल बैठक, बोले-उपद्रवियों के घर पर चलेगा बुलडोजर

कानपुर देहात में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के दौरे के बाद सीएम योगी सीधे गोरखपुर पहुंचे। शुक्रवार देर रात उन्होंने यूपी के लॉ एंड आर्डर पर वर्चुअल बैठक की। यूपी के अफसर इस बैठक में थे। उपद्रवियों पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा। संपत्तियों को चिह्नित करके बुलडोजर चलाया जाएगा।

वहीं, सीएम ने नाराजगी जाहिर की। राष्ट्रपति और पीएम की मौजूदगी में हिंसा होने की जांच होगी। वहीं, कुछ अधिकारियों पर कार्रवाई के संकेत भी दिए गए। ये जांच रिपोर्ट सीएम ने तलब की है।

पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर प्रोटेस्ट

दरअसल, भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी की, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज थे। मुस्लिम समुदाय के लोग यतीमखाना की सद्भावना चौकी के पास बाजार बंद करा रहे थे। तभी दो समुदाय के लोग आमने- सामने आ गए, जिसके बाद पथराव हुआ।

बवाल इसलिए भी हुआ क्योंकि, जुमे की नमाज के दौरान ज्यादातर मस्जिदों में हुई तकरीरों में कहा गया कि वे पैगंबर पर की गई किसी भी टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं, मुस्लिम संगठनों ने बाजार बंद का आह्वान भी किया। पुलिस ने किसी भी इलाके में लोगों को नमाज के बाद प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। हालांकि, लोग सड़कों पर निकल आए।

कानपुर शहर में 4 घंटे तक चला उपद्रव

परेड चौराहा पर करीब एक हजार लोग इकट्‌ठा हुए। बवाल शुरू होने के बाद स्थितियां तेजी से बेकाबू हुईं। पुलिस तंग गलियों में घुसकर कार्रवाई नहीं कर पा रही थी। हालांकि करीब 4 घंटे तक चले उपद्रव के बाद स्थितियां काबू में आ गईं। पुलिस ने 18 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। वहीं, कानपुर उपद्रव पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी। कोई बख्शा नहीं जाएगा।

सबसे पहले चंद्रेश के हाता में हुआ था पथराव

जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग यतीमखाना के बाजार में आए। दुकानें बंद करने का दबाव बनाने लगे। दूसरे धर्म के लोगों ने दुकान बंद करने से मना किया था। नमाजियों के बीच शामिल कुछ अराजक तत्वों ने सबसे पहले चंद्रेश के हाता में घुसकर पथराव कर दिया।

जिसके बाद माहौल बिगड़ गया। भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने तमंचों से फायर भी किए। इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा, ज्वाइंट कमिश्नर आनंद तिवारी भी मौके पर आ गए। पुलिस ने लोगों को नियंत्रित करने के लिए कई राउंड फायर किया। लाठीचार्ज करके लोगों को गलियों में खदेड़ा गया। फिर भी लोग रुक-रुककर पथराव करते रहे। पुलिस ने पूरे एरिया की घेराबंदी कर दी है। फिलहाल कानपुर में तनाव का माहौल बना हुआ है। इस पथराव में करीब 7 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बवाल वाले एरिया की बिजली कटी

इस बवाल के बाद यूपी में अलर्ट जारी किया गया है। खासतौर पर मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। कानपुर में बवाल होने के बाद देर शाम पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने फ्लैग मार्च किया। रात करीब 8 बजे बवाल वाले एरिया नई सड़क, यतीम खाना, बेकनगंज की बिजली भी काट दी गई।

कांग्रेस, सपा ने बयान जारी किए हिन्दुओ के पछ में कुछ नहीं कहा

    नेता प्रतिपक्ष अखिलेश ने लिखा, ‘महामहिम राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नगर में रहते हुए भी पुलिस और खुफिया तंत्र की विफलता से भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान से, कानपुर में जो अशांति हुई है। उसके लिए भाजपा नेता को गिरफ्तार करना चाहिए। हमारी सभी से शांति बनाए रखने की अपील है’।

    कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा, ‘भाजपा ने भीड़तंत्र के रूप में जो भस्मासुर पाले हैं, अब वे रंग दिखा रहे हैं। कितनी गंभीर बात है कि देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सभी कानपुर में हैं, उसके बाद भी वहां हिंसा भड़क गई। यूपी में कानून का राज खत्म हो चुका है। आम जनता से अपील है कि कृपया शांति बनाए रखें।’

    सीसामऊ विधानसभा सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी ने कहा-पुलिस ने मामले को हवा दी। ये घटना निंदनीय है।

    बजरंग दल के नेता प्रकाश शर्मा और विहिप नेता मौके भी पहुंचे है। प्रकाश शर्मा ने कहा-माहौल को बिगाड़ने में कुछ खास लोगों का हाथ है।

हिंसा के बाद बाजार में पसरा सन्नाटा

आपको बता दें कि जोहर फैंस एसोसिएशन व अन्य मुस्लिम तंजीमों ने शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी। शुक्रवार सुबह से ही चमनगंज, बेगनगंज, तलाक महल, कर्नलगंज, हीरामन पुरवा, दलेल पुरवा, मेस्टन रोड, बाबू पुरवा, रावतपुर व जाजमऊ में कहीं आंशिक तो कहीं बाजार पूरी तरह से बंद रखे गए थे। वहीं, इस बवाल के बाद कानपुर के बाकी बाजारों में भी सन्नाटा छा गया। एहतियातन शहर के दूसरे बाजारों में भी पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। ताकि, हिंसा को एक इलाके तक ही सीमित रखा जा सके।

बैरिकेडिंग लगाकर एरिया सील किया

पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना ने कहा कि हमारे पास फोटो और वीडियो हैं। उपद्रव करने वालों पर गैंगस्टर कार्रवाई होगी। उनकी संपत्तियां जब्त की जाएंगी। CCTV की मदद से पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है। बवाल करने वालों को नियंत्रित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है। बैरिकेडिंग लगाकर एरिया सील किए गए हैं।

जगह-जगह चिपकाए गए थे पोस्टर

सुबह से ही बवाल की भूमिका बनाई जा रही थी। पूरे बाजार में जगह-जगह पोस्टर चिपकाए गए थे। दुकान बंद रखने के लिए वॉट्सऐप संदेश भेजे जा रहे थे। लेकिन लोकल इंटेलिजेंस की तरफ से अलर्ट जारी नहीं हुआ था।

कानपुर के बेकनगंज इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। लोगों ने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया- वहां गोलीबारी भी हुई। कई लोगों के सिर फटे, घायल भी हुए हैं। कुछ ही देर में हिंसा इतनी भड़क गई कि UP पुलिस के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को मौके पर PAC जवानों की 12 कंपनियां भेजनी पड़ीं।

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