अग्निवीर -अग्निपथ-  योजना मुस्लिमो के लिए वरदान

Agniveer Yojana boon for Muslims
Agniveer Yojana boon for Muslims

अग्निवीर  योजना मुस्लिमो के लिए वरदान

मुस्लिम समाज में शिक्षा की काफी कमी है लेकिन प्रोटीन वाले मांसाहारी खाने के कारण काफी लोगो की मांस पेशिया मज़बूत होती है .highschool करने के बाद अगर ये युवक सेना मे जाते है तो उनकी आगे की पढाई पूरी हो जाएगी .ज्यादातर मुस्लिम ओ बी सी वर्ग में आते है  इसलिए आगे की सरकारी  नौकरी में रिजर्वेशन के कारण उनका अच्छा ख़ासा प्रतिनिधित्व बढेगा . कल कारखाने भी ज्यादातर मुस्लिम ही लगाते है अग्निवीर को मिलनेवाले सस्ते लोन के कारण इसमे भी वो बजी मार लेंगे .  

4 साल बाद क्या करेंगे अग्निवीर?

इस स्कीम को लेकर सबसे बड़ा सवाल यही उठा कि सैनिक सेवामुक्ति के बाद क्या करेंगे. 4 साल बाद 25% को स्थायी सेवा में रखा जाएगा लेकिन बाकी 75% का भविष्य क्या होगा? इस सवाल के जवाब में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया था कि कई मंत्रालयों और राज्य सरकारों ने इच्छा जताई है कि वहां के मंत्रालयों या कॉरपोरेशन की भर्ती में अग्निवीर की सेवा दे चुके युवाओं को वरीयता दी जाएगी.

वहीं, ‘अग्निपथ’ को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों को सेवामुक्ति के बाद CAPFs और असम राइफल्स की भर्ती में वरीयता देने का फैसला किया है.

देश के अहम सूबे उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी सरकार, पुलिस और दूसरी सेवाओं में अग्निवीर की सेवा दे चुके युवाओं को प्राथमिकता देगी.

MP के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा है कि युवाओं को राज्य पुलिस के रिक्रूटमेंट में प्राथमिकता मिलेगी.

पूर्वोत्तर राज्य असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा- युवाओं को असम आरोग्य निधि पहल में वरीयता मिलेगी

अग्निपथ स्कीम के लिए होने वाली नियुक्ति की योग्यता बाकी भर्तियों के जैसी ही होगी. इसके लिए योग्यता 10 वीं पास होगी. उम्मीदवारों का फिजिकल स्‍टैंडर्ड देखा जाएगा और फिजिकल एफिशिएंसी टेस्‍ट के आधार पर चयन होगा.

अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) के आवेदन के लिए उम्र क्या होगी?

मौजूदा वक्त में सशस्त्र सेनाओं में सैनिकों की औसत आयु 32 साल है. सेनाओं में अधिक नौजवानों को लाने के मकसद से ये स्कीम बनाई गई है अग्निवीर बनने के लिए कैंडिडेट की आयु साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए.

अग्निपथ योजना में नौकरी मिलने पर सैलरी / सुविधाएं क्या होगी?

इस योजना में हर साल 45 हजार नौजवानों को सेना में भर्ती किया जाएगा. चयनित युवाओं को अग्निवीर नाम से जाना चाहिए. इन्हें 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी. अग्निवीरों की मासिक सैलरी 30 हजार से 40 हजार रुपये होगी. अग्निवीरों को तीनों सेनाओं के स्थायी सैनिकों की तरह ही सुविधाएं मिलेंगी. इन्हें 48 लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जाएगा.

अग्निपथ योजना (Agnipath scheme) में भारतीय युवाओं को बतौर ‘अग्निवीर’ सेना में सेवा का अवसर दिया जाएगा. इस बारे में जानकारी देते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना को विश्व की बेहतरीन सेना बनाने की दिशा में आज कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (Cabinet Committee on Security) ने यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है.

अग्निवीर के तौर पर सेना की सर्विस करने वालों को कई सुविधाएं सरकार की तरफ से दी जाएंगी, लेकिन साफ तौर पर कहा गया है कि अग्निवीरों को पेंशन का अधिकार नहीं होगा, जैसे कि सेना में भर्ती होने के बाद रिटायर हुए सैनिकों को होता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि अग्निवीर केवल 4 साल के लिए सेना में सेवा देंगे. इसके बाद, भविष्य में उनके लिए कई दरवाजे खुल जाएंगे.

कितना पैकेज मिलेगा

पहला साल : सेना में अग्निवीर के तौर पर जॉइन करने वाले को 4 साल तक वेतन मिलेगा. यह पैकेज का हिस्सा होगा और पहले साल मासिक तौर पर कस्टमाइज़्ड पैकेज़ मिलेगा. इसके अनुसार, पहले साल हर महीने 30 हजार रुपये का वेतन होगा, जिसमें से 21,000 रुपये कैश इन हैंड होगा. बाकी के बचे हुए 9 हजार रुपये अग्निवीर की तरफ से “अग्निवीर कॉर्पस फंड” में जाएगा. यह सैलरी का 30 फीसदी है. और इतना ही (9,000 रुपये) भारत सरकार द्वारा इसी फंड में डाला जाएगा.

दूसरा साल : दूसरे साल में मासिक सैलरी बढ़कर 33,000 रुपये हो जाएगी. इसमें से 9,900 रुपये फंड में जाएंगे और सरकार भी इतने ही रुपयों का योगदान करेगी. अब कैश इन हैंड बढ़कर 23,100 रुपया हो जाएगा.

तीसरा साल : तीसरे साल में भी सैलरी बढ़ेगी. अब मंथली पैकेज 36,500 रुपये का हो जाएगा, जबकि कैश इन हैंड 25,580 रुपये मिलेंगे. अब “अग्निवीर कॉर्पस फंड” में हर महीने 10,950 रुपये जमा कराने होंगे. इतने ही पैसे हर महीने सरकार भी डालेगी.

चौथा साल : चौथे साल में सैलरी बढ़कर 40,000 रुपये हो जाएगी. कैश इन हैंड 28,000 रुपये होगा, जबकि फंड में अग्निवीर की तरफ से 12,000 रुपये जाएंगे और सरकार भी इतना ही योगदान करेगी.

चार साल के बाद की कैलकुलेशन

चार साल पूरे होने के बाद “अग्निवीर कॉर्पस फंड” में एक अग्निवीर 5.02 लाख रुपये जमा करेगा और इतना ही पैसा सरकार की तरफ से भी डाला गया होगा. इसे जोड़ दिया जाए तो उन्हें 11.71 लाख रुपये सेवानिधि के तौर पर मिलेंगे. इसमें वो ब्याज भी शामिल होगा, जो उस समय के दौरान लागू होता होगा.

सेवानिधि पैकेज का भुगतान एकमुश्त होगा. रक्षा मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, इस पैकेज पर कोई टैक्स नहीं लेगा. अग्निवीर 4 साल तक सेवारत रहेंगे और यहां से निकलने पर उन्हें गेच्युटी और पेंशन का अधिकार नहीं होगा.

बीमा और विकलांगता मुआवजा

सेना में बतौर अग्निवीर सेवा देने वालों को 48 लाख का गैर अंशदायी जीवन बीमा कवर भी दिया जाएगा. इसके अलावा सैन्य सेवा के दौरान मृत्यु हो जाने पर 44 लाख रुपए का अतिरिक्त एक्स ग्रेशिया भी मिलेगा. अग्निवीरों के लिए विकलांगता मुआवजा भी रखा गया, लेकिन यह विकलांगता के लेवल पर निर्भर करेगा. इसके तहत 75, 50 और 25 फीसदी विकलांगता के आधार पर एकमुश्त क्रमश: 44, 25 और 15 लाख रुपये दिए जाने का प्रावधान किया गया है.

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