प्रयागराज में कौधियारा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात संविदाकर्मी की अपहरण के बाद धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को सड़क किनारे फेंककर हत्यारे फरार हो गए।
राहगीरों की जब शव पर नजर पड़ी, तो हड़कंप मच गया। तीन साल पहले मृतक संविदाकर्मी के पिता को भी मार डाला गया था। उस घटना में आरोपी अभी जेल में हैं। वहीं, पिता की हत्या के मामले की पैरवी कर रहे थे। गांव में तनाव के चलते बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है।
मड़वा गांव के पास दबंगों ने मारी बाइक को टक्कर
कौधियारा थाना क्षेत्र के बीरपुर गांव निवासी मंगला प्रसाद पांडेय (38) पुत्र स्व. लालता प्रसाद पांडेय रोज की तरह बुधवार की शाम बाइक से घर लौट रहे थे। वह करछना के मड़वा गांव के पास पहुंचे ही थे कि कार सवार हमलावरों ने बाइक में टक्कर मार दी।
मंगला जब गेहूं के खेत में गिर गया, तो कार से उतरे लोगों ने मंगला को गाड़ी में खींच लिया। हत्यारे मंगला का अपहरण कर देवरी गांव के पास ले गए। वहां धारदार हथियार से हत्या करने के बाद शव को सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए।
कौधियारा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात
कौधियारा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात संविदाकर्मी की अपहरण के बाद धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को सड़क किनारे फेंककर हत्यारे फरार हो गए। राहगीरों की जब शव पर नजर पड़ी, तो हड़कंप मच गया।
तीन साल पहले मृतक संविदाकर्मी के पिता को भी मार डाला गया था। उस घटना में आरोपी अभी जेल में हैं। वहीं, पिता की हत्या के मामले की पैरवी कर रहे थे। गांव में तनाव के चलते बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है।
कौधियारा थाना क्षेत्र के बीरपुर गांव निवासी मंगला प्रसाद पांडेय (38) पुत्र स्व. लालता प्रसाद पांडेय रोज की तरह बुधवार की शाम बाइक से घर लौट रहे थे। वह करछना के मड़वा गांव के पास पहुंचे ही थे कि कार सवार हमलावरों ने बाइक में टक्कर मार दी।
मंगला जब गेहूं के खेत में गिर गया, तो कार से उतरे लोगों ने मंगला को गाड़ी में खींच लिया। हत्यारे मंगला का अपहरण कर देवरी गांव के पास ले गए। वहां धारदार हथियार से हत्या करने के बाद शव को सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए।
रोते-बिलखते परिजन पहुंचे
घटना की जानकारी होने पर रोते-बिलखते परिजन पहुंचे। मृतक मंगला के दो बेटे और एक बेटी है। वहीं घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित, एसडीएम करछना अमृता सिंह, सीओ करछना राजेश कुमार यादव पहुंचे। घरवाले शव को घर उठा ले गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार से बाइक में टक्कर लगने के बाद पहले लोग यह समझे कि एक्सीडेंट हुआ है। मगर, बाद में पता चला कि उसकी हत्या करने की नीयत से बाइक में टक्कर मारी गई थी। हमलावरों ने मंगला की गाड़ी में ही धारदार हथियार से हत्या कर दी।
गौरतलब है कि करीब चार साल पहले मंगला के पिता लालता प्रसाद पांडेय की परिवार के ही राजा पांडेय पुत्र ननकऊ ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। राजा और अन्य आरोपी तब से नैनी जेल में बंद हैं। लालता के दो बेटों में मंगला बड़े थे। वह ही पिता की हत्या के मामले की पैरवी कर रहे थे।
Also Read