Delhi Sonia Vihar:चलती हुई कार बनी आग का गोला बाल बाल बचे Pawan Kumar Shukla और उनके बेटे –
The moving car became a ball of fire, the father ,a high-ranking executive of a multinational company, and his son, narrowly escaped-
चलती हुई कार बनी आग का गोला बाल बाल बचे बहुरास्ट्रीय कंपनी के उच्च पद पर बैठे अधिकारी पिता और उनके बेटे-
दिल्ली के सोनिया विहार निवासी पवन कुमार शुक्ल एक बहुरास्ट्रीय कंपनी में बड़े पद पर कार्यरत है .उनके बड़े पुत्र नितिन शुक्ला स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) में मैनेज़र के पद पर कार्यरत है वही छोटा बेटा जतिन शुक्ला दिल्ली विश्विद्यालय का होनहार छात्र है.
पवन शुक्ल अपने छोटे पुत्र के साथ किसी काम से देहरादून गए थे वापसी में ईस्टर्न एक्सप्रेस वे से वे वापस घर आ रहे थे. तभी अचानक रात को लगभग 11 बजे के आसपास जब उनकी कार सिंगोली तागा गाँव के पास पहुची.
तभी अचानक कार में पीछे की तरफ आग लग गई . चुकी कार में आग पीछे की तरफ से लगी इसलिए उन्हें शुरुआत में पता नहीं चल पाया. लेकिन पीछे से आ रहे वाहन मालिक ने इसकी सूचना कार चला रहे पवन शुक्ल को दी की, आपकी कार में आग लग गयी है .
चूंकि पवन शुक्ल बहुत जिम्मेदारी से कार चलाते है इसलिए वो कार की स्पीड को नियंत्रित रखते है . उनकी इस बुद्धिमानी के कारण वो किसी तरह से कार से बाहर निकल सके. उनके पुत्र जतिन भी कार से बाहर निकल गए .
जैसे ही दोनों पिता पुत्र कार से बाहर निकले कार में जोरदार धमाका हुआ और कार धू धू कर जलने लगी . यह देखकर दोनों पिता पुत्र और राहगीर घबरा गए . सभी राहगीर और पिता पुत्र ने हाथ जोड़कर ईश्वर का धन्यवाद दिया .
वही मौके पर पहुची पुलिस ने जाम खुलवाया और पवन शुक्ल की तारीफ की और जनता से अपील की –आप लोग भी पवन शुक्ल की ही तरह से नियंत्रित तरीके से वाहन चलाया करे ताकि जान –माल की हिफाजत हो सके .
राहगीरों ने भी कसम खाई की वो भी पवन शुक्ल की ही तरह से नियंत्रित तरीके से वाहन चलाएंगे ताकि दुर्घटना की स्थिति में उनकी बेहतर सुरक्षा हो सके.
घर सकुशल पहुचने पर दिल्ली भाजपा के कपिल मिशा ने फ़ोन करके उनकी कुशल छेम पूछी. वही कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी श्रीमती प्रियंका गाँधी वाड्रा ने भी फ़ोन करके उनका हाल चाल जाना.
पवन शुक्ल के साले डॉक्टर राज केश पाण्डेय देहरादून के गाँधी आई हास्पिटल में आई सर्जन के पद पर कार्यरत है उनके मित्र न्यूरो सर्जन तत्काल उनके घर पहुचे और कुशल मंगल की जानकारी लिए .और बताया की पवन शुक्ल और उनके पुत्र जतिन शुक्ल का स्वास्थ्य बेहतर है और भगवान की कृपा से उन्हें कोई चोट नहीं आई है.
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