देश में फैली कोरोना रुपी महामारी से मुक्ति के लिए वैदिक आचार्यो द्वारा किए मां गंगा पुजन एवं स्नान – स्वामी महेशाश्रम जी
प्रयागराज। गंगा दशहरा के पावन पर्व तीर्थराज प्रयाग में अखिल भारतीय दण्डी संन्यासी परिषद् के राष्ट्रीय संरक्षक जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी महेशाश्रम जी महाराज ने वैदिक आचार्यों के द्वारा मां गंगा का पुजन ,एवं स्नान किए
,महाराज जी पतित पावनी मां गंगा से प्रार्थना करते हैं की देश में फैली इस कोरोना रुपी महामारी से सभी देशवासियों
को मुक्ति मिले और सभी के जिवन में सुख शांति बनी रहें । गंगा दशहरा की महिमा बताते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य
स्वामी महेशाश्रम जी महाराज ने बताया की गंगा दशहरा के दिन गंगा में एक डुबकी लगाने से पतित पावनी मां गंगा सभी पापों से मुक्त कर देती है.
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गंगा आरती में शामिल हुई केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री-
यह पर्व प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाता है।स्कंदपुराण के अनुसार गंगा दशहरा के दिन प्रत्येक मनुष्य को किसी भी पवित्र नदी पर जाकर स्नान ध्यान तथा दान करना चाहिए। इससे वह सब
पापों से मुक्ति पाता है क्यों की ज्येष्ठ माह शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि को संवत्सर का मुख कहा गया है इस लिए इस दिन दान और स्नान की विशेष महत्व है। आचार्य ज्ञानेश्वर प्रशाद मिश्र जी, आचार्य ज्ञानेश त्रिपाठी ,पं विपिन शास्त्री ,
लवलेश शास्त्री आदिक सभी वैदिक आचार्यों ने मां गंगा का पुजन एवं स्नान किए।
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में शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाता है।स्कंदपुराण के अनुसार गंगा दशहरा के दिन प्रत्येक मनुष्य को किसी भी पवित्र नदी पर जाकर स्नान ध्यान तथा दान करना चाहिए। इससे वह सब पापों से मुक्ति पाता है क्यों की
ज्येष्ठ माह शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि को संवत्सर का मुख कहा गया है इस लिए इस दिन दान और स्नान की विशेष महत्व है। आचार्य ज्ञानेश्वर प्रशाद मिश्र जी, आचार्य ज्ञानेश त्रिपाठी ,पं विपिन शास्त्री , लवलेश शास्त्री आदिक सभी
वैदिक आचार्यों ने मां गंगा का पुजन एवं स्नान किए।
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