पूर्व राज्यपाल(पश्चिम बंगाल) श्री केशरीनाथ त्रिपाठी ने राष्ट्रीय रामायण मेला परिसर श्रृंग्वेरपुर में “पाण्डुलिपियों में रामकथा का चित्रण“ विषयक दुर्लभ चित्र प्रदर्शनी का किया शुभारंभ
.पाण्डुलिपि अधिकारी/प्रभारी क्षेत्रीय अभिलेखागार श्री गुलाम सरवर ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि आजादी का अमृत महोत्सव एवं चैरी-चैरा शताब्दी महोत्सव आयोजन की श्रृंखला में.
राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय (संस्कृति विभाग), प्रयागराज द्वारा राष्ट्रीय रामायण मेला परिसर, श्रृंग्वेरपुर, प्रयागराज में “पाण्डुलिपियों में रामकथा का चित्रण“ विषयक दुर्लभ चित्र प्रदर्शनी का शुभाआरंभ.
अतिथि पूर्व राज्यपाल(पश्चिम बंगाल) श्री केशरीनाथ त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस अवसर पर वैकुण्ठ धाम प्रयागराज के पीठाधीश्वर श्री रामानुजाचार्य श्रीधराचार्य महाराज की गरिमामय उपस्थिति रही।
मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष बालकृष्ण पाण्डेय एवं महामंत्री श्री उमेश द्विवेदी आदि अतिथियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने रामकथा के चित्रों की भूरि-भूरि प्रशंसा की तथा पाण्डुलिपियों के संरक्षण हेतु .
आमजन व विद्धतजनों से इस दिशा में कार्य करने की अपील की तथा धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण एवं आमजन के जागरूक करने की दिशा में विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यो की सराहना की।
प्रदर्शनी में सन् 1794ई0 की हस्तलिखित सचित्र ग्रन्थ रामचरितमानस जिसमें लगभग 500 रंगीन चित्रों का समावेश है को पुनप्र्रकाशित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रदर्शनी में इसके अतिरिक्त.
सीतापताल, रामजनम और अथ विलाप नामक पाण्डुलिपियों के चित्रों को भी प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शित किये गये सभी चित्र रामकथा पर आधारित है।
प्रदर्शनी का संयोजन व निर्देशन श्री गुलाम सरवर, पाण्डुलिपि अधिकारी/प्रभारी क्षेत्रीय अभिलेखागार द्वारा विभागीय कर्मचारियों के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत मेला समिति के पदाधिकारियों एवं संस्कृति विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा किया गया।