अयोध्या भूमि विवाद पर कांग्रेस का हल्ला बोल-
Congress’s attack on Ayodhya land dispute-
अयोध्या भूमि विवाद पर कांग्रेस का हल्ला बोल-
प्रयागराज: अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास द्वारा भूमि खरीद में भ्रष्टाचार के आरोपों पर सियासत तेज हो गई है। ब्रस्पतिवार को प्रदेश कांग्रेस के आवाहन पर जिलाध्यक्ष अरुण तिवारी, सुरेश यादव और महानगर अध्यक्ष नफीस
अनवर के नेत्तृत्व में कलेक्ट्रेट पर जुटे सैकड़ो नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसियो ने अपर जिलाधिकारी के जरिये राष्ट्रपति सम्बोधित तीन सूत्रीय पत्र भेजकर सवाल खड़े करते हुए न्यास और अन्य नेताओं से
स्पीष्टीकरण मांगा है। कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की है। वहीं प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में मांग करते हुए कहा कि भगवान राम आस्था के प्रतीक हैं, लेकिन भगवान राम की
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अलौकिक अयोध्या नगरी में राम मंदिर निर्माण हेतु करोड़ों लोगों से एकत्रित चंदे का दुरुपयोग और धोखाधड़ी महापाप और घोर अधर्म है, जिसमें सत्ताधारी भाजपा नेता शामिल हैं। महामहिम राष्ट्रपति से आग्रह भी किया कि वह मंदिर
निर्माण के चंदे के रूप में प्राप्त राशि व खर्च का न्यायालय के तत्वाधान में ऑडिट करवाए तथा चंदे से खरीदी गई सारी जमीन की कीमत को लेकर भी जांच करे। जिलाधिकारी कार्यालय पर कांग्रेसियो के प्रदर्शन की भनक लगते ही पूरे
परिसर को सीओ समेत कई थानों की फ़ोर्स तैनात कर छावनी में तब्दील कर दिया। पार्टी नेताओं ने एक स्वर में मांग करते हुए कहा कि मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख
मोहन भागवत भी शामिल हुए थे। उन्हें भी इस बारे में जवाब देना चाहिए।
भगवान राम आस्था के प्रतीक हैं, लेकिन भगवान राम की अलौकिक अयोध्या नगरी में राम मंदिर निर्माण हेतु करोड़ों लोगों से एकत्रित चंदे का दुरुपयोग और धोखाधड़ी महापाप और घोर अधर्म है, जिसमें सत्ताधारी भाजपा नेता शामिल
हैं। महामहिम राष्ट्रपति से आग्रह भी किया कि वह मंदिर निर्माण के चंदे के रूप में प्राप्त राशि व खर्च का न्यायालय के तत्वाधान में ऑडिट करवाए तथा चंदे से खरीदी गई सारी जमीन की कीमत को लेकर भी जांच करे। जिलाधिकारी
कार्यालय पर कांग्रेसियो के प्रदर्शन की भनक लगते ही पूरे परिसर को सीओ समेत कई थानों की फ़ोर्स तैनात कर छावनी में तब्दील कर दिया। पार्टी नेताओं ने एक स्वर में मांग करते हुए कहा कि मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हुए थे। उन्हें भी इस बारे में जवाब देना चाहिए।
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ज्ञापन देने वालों में: प्रदेश महासचिव विवेकानंद पाठक, प्रदेश सचिव राघवेंद्र सिंह, वसीम अंसारी, संजय तिवारी, मुकुन्द तिवारी, तस्लीम उद्दीन, फुजैल हाशमी, अनिल पाण्डेय, किशोर वार्ष्णेय, हसीब अहमद, विनय दूबे, अंजुम
नाज, बृजेश सिंह, शकील अहमद, जावेद उर्फी, सुशील तिवारी, सिब्बतैन बब्लू, विवेक पाण्डेय, आशीष पाण्डेय, सरताज खान, निशांत रस्तोगी, रईस अहमद, राकेश श्रीवास्तव, प्रकाश मसीह, मनोज पासी, अरशद अली, दिनेश सोनी, बब्लू
खान, नागेंद्र मिश्रा, सुष्मिता यादव, इरशाद उल्ला, माधवी राय,देवराज उपाध्याय, मनोज पटेल, बृजेश गौतम, दरख्शा कुरैशी, रिंकू तिवारी समेत आदि मौजूद रहे
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