फाफामऊ थाना क्षेत्र के मोहनगंज फुलवरिया गोहरी गांव में एक परिवार के चार लोगों की हत्या -प्रियंका वाड्रा प्रयागराज पहुंची
प्रयागराज, शहर से सटे फाफामऊ थाना क्षेत्र के मोहनगंज फुलवरिया गोहरी गांव में एक परिवार के चार लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।
मारे गए लोगों में पति-पत्नी, उनकी पुत्री और एक पुत्र है। घटना के पीछे गांव के ही कुछ लोगों से रंजिश बनाई जाती है। मौके पर खोजी कुत्ता भी लाया गया है।
पुलिस से नाराज लोगों ने शव उठाने से रोक दिया है। उनका कहना है कि पहले कातिलों को पकड़ा जाए। इस घटना में दो बार मुकदमे के बाद भी कार्रवाई में उदासीनता पर फाफामऊ इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
आइजी और एसएसपी ने बताया कि दोषियों और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों को समझाने मनाने पर आखिरकार करीब डेढ़ बजे शवों को उठाकर ले जाने दिया गया।
पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
राजफाश के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। साथ ही क्राइम ब्रांच और एसटीएफ को भी लगाया गया है।
चार लोगों के कत्ल की खबर मिली तो पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मौके पर फोरेंसिंक टीम को भी बुलाकर छानबीन शुरू कर दी गई।
घटनास्थल पर एसपी गंगापार के साथ एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी और आइजी रेंज प्रयागराज राकेश सिंह भी पहुंचे और परिवार के लोगों से बात की।
भाई कृष्ण चंद्र ने कहा कि गांव के दबंग ठाकुर परिवार ने जीना हराम कर रखा था। उस पर ही शक है। दो मुकदमा लिखाया गया था इन दबंगों के खिलाफ लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
आइजी ने इस लापरवाही में इंस्पेक्टर रामकेवल पटेल को निलंबित करने का आदेश दिया। तब भी गुस्साए लोगों ने शव उठाने से पुलिस को रोका।
दोपहर तक पुलिस शवों को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेज सकी। बहुत समझाने पर लोग शांत हुए तो करीब डेढ़ बजे पुलिस ने शवों को सीलकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस का कहना है कि मोहनगंज फुलवरिया गोहरी गांव निवासी फूलचंद (50) मजदूरी करता था।
बुधवार रात वह घर में पत्नी मीनू देवी (45), 17 साल की बेटी सपना 17 और 10 साल के बेटे शिव के साथ सो रहा था।
देर रात घर में घुसे हमलावरों ने चारों पर कुल्हाड़ी जैसे धारदार हथियार से सिर पर हमला किया। सुबह कत्ल की जानकारी पड़ोसियों को मिली तो भीड़ लगी और फिर पुलिस वहां पहुंची।
पति-पत्नी और दोनों बच्चे चारपाई पर सोए थे। उनके रक्तरंजित शव बिस्तर पर ही मिले। पुलिस ने रंजिश रखने वाले पक्ष के कई लोगों को पकड़ा है।
पुलिस को गांव वालों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा है। पुलिस आसपास के लोगों से बात कर रही है कि क्या रात में किसी ने कोई आवाज सुनी या कुछ भनक लगी।
उल्लेखनीय है कि सोरांव और फाफामऊ इलाके में पिछले बरसों में कई सामूहिक कत्ल हो चुके हैं।
सोरांव के युसूफपुर में परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या की वारदात का पिछले दिनों पुलिस ने एक गिरोह को गिरफ्तार कर खुलासा किया था।
मगर उस गिरोह के पकड़े जाने के चंद दिनों के भीतर इस वारदात ने पुलिस को भी सन्न कर दिया। अभी पुलिस का कहना है कि गांव की रंजिश के पहलू पर छानबीन की जा रही है।
परिवार के लोगों से भी ऐसे संकेत मिले हैं कि पुरानी रंजिश की वजह से यह कत्ल किया गया हो सकता है। तहरीर शाम को मिली तो पुलिस एफआइआर लिख रही है।
प्रयागराज के फाफामऊ में गुरुवार को महज गांव समाज की जमीन को लेकर एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई। यह कारण सभी को अचंभित कर रहा है।
हालांकि बयान, परिस्थितियां और पुरानी घटनाओं से समानता दूसरी ओर भी इशारा कर रही हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर इतनी बढ़ी वारदात की असली वजह क्या है।
किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म करना और फिर उसके माता-पिता छोटे भाई की नृशंस हत्या करना अवैध संबंंध अथवा आशनाई की ओर शक की सुई घुमा रही है।
गांव समाज की जमीन बहुत ज्यादा नहीं है। उसकी कीमत भी लाखों रुपये नहीं है।
महज गांव समाज की जमीन को लेकर एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई।
यह कारण सभी को अचंभित कर रहा है। हालांकि बयान, परिस्थितियां और पुरानी घटनाओं से समानता दूसरी ओर भी इशारा कर रही हैं।
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर इतनी बढ़ी वारदात की असली वजह क्या है।
घटना के पीछे कुछ और हो सकती है असली वजह
कहा जा रहा है कि गांव समाज की जमीन बहुत ज्यादा नहीं है। उसकी कीमत भी लाखों रुपये नहीं है। भूमि विवाद को लेकर मुकदमा दर्ज कराने वाला मृतक नहीं बल्कि उसके भाई की पत्नी है।
अलबत्ता मृतक परिवार विपक्षियों के खिलाफ पैरवी कर रहा था। नामजद आरोपियों से झगड़ा मृतक के भाइयों से भी था। इस आधार पर घटना के पीछे भूमि विवाद की वजह कमजोर पड़ रही है।
किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म करना और फिर उसके माता-पिता, छोटे भाई की नृशंस हत्या करना अवैध संबंंध अथवा आशनाई की ओर शक की सुई घुमा रही है .
प्रयागराज के फाफामऊ में चार लोगों की हत्या का मामले की गूंज लखनऊ, दिल्ली तक पहुंच चुकी है। इस नृशंस हत्याकांड से राजनीतिक अलमा भी आहत है।
फाफामऊ के जिस गांव में चार लोगों की हत्या हुई है, उनके स्वजनों से मिलने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका वाड्रा प्रयागराज पहुंची।
दोपहर में प्रयागराज एयरपोर्ट पर प्रियंका गांधी का आगमन हुआ। फिर शाम को वह फाफामऊ हत्याकांड में घटनास्थल पर जाकर पीड़ित परिवार से मिलीं।
परिवार की महिलाओं के साथ बैठकर करीब 40 मिनट तक बातचीत की। उनका दुख बांटा और कहा कि कातिलों को जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। पीड़ित परिवार से बात करने के बाद प्रियंका प्रयागराज से रवाना हो गईं।