इंजेक्शन लगाने के बाद महिला मरीज की हुई मौत, मचा हंगामा-

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इंजेक्शन लगाने के बाद महिला मरीज की हुई मौत, मचा हंगामा-

कौशाम्बी। चायल तहसील क्षेत्र के तिल्हापुर मोड़ के एक झोलाछाप चिकित्सक के अस्पताल में इलाज के दौरान एक महिला की फिर मौत हो गई है महिला की मौत के बाद ग्रामीण और परिजनों ने चिकित्सक के विरुद्ध जमकर हंगामा किया ‘

घंटो सड़क पर ग्रामीणों की भीड़ लगी रही मामले की सूचना मिलते ही मौके पर थाना पुलिस पहुंची और आरोपी चिकित्सक को हिरासत में ले लिया है।

देर शाम तक आरोपी चिकित्सक के विरूद्ध मुकदमा नहीं दर्ज हो सका है। पुलिस ने मृतक महिला की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक पिपरी थाना क्षेत्र के तिल्हापुर बाजार निवासी अजय कुमार की पत्नी मोनी केसरवानी को प्रसव पीड़ा के बाद तिल्हापुर मोड़ स्थित गणेश अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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जहां मोनी केसरवानी का प्रसव सफलतापूर्वक हो गया। लेकिन इसके बाद चिकित्सक ने मोनी केसरवानी को एक इंजेक्शन लगा दिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी परिजन उसे दूसरे अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि इसी बीच मोनी केसरवानी की मौत हो गई।

महिला मरीज की इलाज के दौरान मौत होते ही अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। आसपास के लोग भी मौके पर एकत्रित हो गए और चिकित्सक पर आरोप लगाने लगे कि इसके पहले भी इस अस्पताल में इलाज में मरीजों की मौत हो चुकी है।

जिससे पहले भी हंगामा हो चुका है बताया जाता है कि मरीज की मौत के बाद अस्पताल का बोर्ड बदल जाता है। चिकित्सक वही होते हैं। इस अस्पताल में कई बार इस तरह से हो चुका है।

स्वास्थ्य विभाग से गणेश अस्पताल के रजिस्ट्रेशन और सुविधाओं के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग से जानकारी नहीं मिल सकी है लोगों की बातों को माने तो बिना डिग्री के इस अस्पताल में चिकित्सक फार्मासिस्ट नर्स बनकर मरीजो का इलाज कर रहे हैं।

अनुभवहीन और बगैर डिग्री के चलते आए दिन मरीजों की मौत होती है।

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मोनी केसरवानी का प्रसव सफलतापूर्वक हो गया। लेकिन इसके बाद चिकित्सक ने मोनी केसरवानी को एक इंजेक्शन लगा दिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी परिजन उसे दूसरे अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि इसी बीच मोनी केसरवानी की मौत हो गई।

महिला मरीज की इलाज के दौरान मौत होते ही अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। आसपास के लोग भी मौके पर एकत्रित हो गए और चिकित्सक पर आरोप लगाने लगे कि इसके पहले भी इस अस्पताल में इलाज में मरीजों की मौत हो चुकी है

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