Prayagraj राहत शिविर में बदहाली, पीड़ितों को नहीं मिल पा रहे खाने के पैकेट

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Plight in relief camp, victims are unable to get food packets-

प्रयागराज। बाढ़ की त्रासदी झेल रहे अनेक परिवारों ने राहत शिविरों में शरण ले रखी है। इन शिविरों में बदहाली का आलम है। बदबूदार कमरे इनकी परेशानी को और बढ़ा रहे हैं।

बाढ़ पीडि़तों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में अव्यवस्था का आलम है। कहीं बिजली का रोना है तो कहीं भोजन नहीं मिल रहा है।

म्योर रोड स्थित ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बाढ़ शिविर में रविवार दोपहर तक 600 लोग पहुंचे थे लेकिन लंच पैकेट 300 भेजे गए। अधिकांश लोगों को भोजन नहीं मिल पाया।

बिजली तो लगी है लेकिन पंखे न होने से लोग परेशान हैं। इसी तरह बघाड़ा में एनी बेसेंट स्कूल शिविर का भी बुरा हाल है। दूसरे कई शिविर में भी लोग मुसीबत झेल रहे हैं।

सदर बाजार के कैंट हाई स्कूल और विकर पब्लिक स्कूल में नेवादा, पत्रकार कालोनी, मऊ सरैया आदि कछारी इलाकों के सैंकड़ों परिवार ने शरण ले रखी है।

सोमवार रात यहां कई लोगों को प्रशासन की तरफ से मुहैया कराया गए खाने के पैकेट नहीं मिल पाए। लोगों का कहना था, खाना तो आया लेकिन इसे वह लोग भी ले ले रहे हैं जो पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आते हैं।

कई लोगों ने शिविर प्रभारी से शिकायत की कि पीड़ितों से मिलने आये लोग खाना अपने बैग और झोले में लेकर बाहर ले जा रहे हैं, जिस कारण यह शरण लिए सभी परिवार तक भोजन नहीं पहुंच पा रहा है।

प्रशासन ने खाने की जिम्मेदारी सैनिक स्वीट अशोक नगर को दी है, जहां से खाना बनकर पूरे शहर के राहत शिविरों में पहुंचाया जाता है। लोगों को खाना न मिलने पर दोबारा खाना मंगाया गया।

राहत शिविर से सैनिक स्वीट की दूरी लगभग एक किलोमीटर होने के कारण रात 10 बजे लोगों तक खाना पहुंच गया।

इसके अलावा लोगों ने शिविर के कई कैमरों से बहुत बदबू आने की भी शिकायत की।

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